सदीयो से जागी आँखो को, एक बार सुलाने आ जाओ,
माना की तुमको प्यार नहीं, नफरत ही जताने आ जाऔ
जिस मोङ पे हमको छोङ गये, हम बैठे अब तक सोच रहे
क्या भुल हुई क्यो जुदा हुए, बस यह समझाने आ जाओ!
ना जाने क्या सोच कर लहरें साहिल से टकराती हैं;
और फिर समंदर में लौट जाती हैं;
समझ नहीं आता कि किनारों से बेवफाई करती हैं;
या फिर लौट कर समंदर से वफ़ा निभाती हैं।
वो पानी की लहरों पे क्या लिख रहा था;
खुदा जाने हरफ-ऐ-दुआ लिख रहा था;
महोब्बत में मिली थी नफरत उसे भी शायद;
इसलिए हर शख्स को शायद बेवफा लिख रहा था
तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है,
एक पल की जुदाई मुद्दत सी लगती है,
पहले नही सोचा था अब सोचने लगे है हम,
जिंदगी के हर लम्हों में तेरी ज़रूरत सी लगती है
वफ़ा करने से मुकर गया है दिल;
अब प्यार करने से डर गया है दिल;
अब किसी सहारे की बात मत करना;
झूठे दिलासों से भर गया है अब यह दिल।
संदेह से देखना तेरी आदत है, पर मेरी यारी भी देख
खामियां मुझ में लाख सही, पर मेरी वफादारी भी देख
यूँ न कर मुझे अलग खुद से, मेरी लाचारी भी देख,
ले झुका तेरे कदमों में , तेरे आगे सब हारा भी देख..!!
दूरियों की ना परवाह कीजिये,
दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये,
कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे,
बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिऐ
सपनों की दुनिया मे हम सोते चले गये,
होश मे थे फिर भी मदहोश होते चले गये..।।
जाने क्या बात थी उसके चेहरे मे
ना चाहते भी उसके होते चले गये..।।
रिश्तों की यह दुनिया है निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है दोस्ती तुम्हारी,
मंज़ूर है आँसू भी आखो में हमारी,
अगर आजाये मुस्कान होंठ पे तुम्हारी।
प्यार की अनदेखी सूरत आप है,
मेरी जिंदगी की ज़रूरत आप है,
खूबसूरत तो फूल भी बहुत है,
मगर मेरे लिए फूल से भी खूबसूरत आप है.
nice